कलाम चाचा को सलाम
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. को श्रद्धांजली
कलाम चाचा को सलाम
महेश कुमार सैनी 'माही'
बना बना कर मिसाइल, भर दी भारत की झोली।
तेरे ही प्रयासो से भारत की विश्व मंच पर तूती बोली।
मरते दम तक तूमने भारत के लिये ही काम किया।
बापू के बाद तू ही दूजा जिसने भारत का नाम किया।
तेरे कर्मो से बने सबल हम, करते है प्रणाम तूझे।
कलाम चाचा तेरी श्रद्धा में, बार बार सलाम तुझे।।
दौड़ा आकाश और दौड़ी पृथ्वी, अग्नि भरने लगी उड़ान।
इनकी गर्जना से काँपे दुश्मन, ना रहा कोई इनसे अनजान।
विदा हुआ जब हमसे तू, रोने लगी ये दुनिया सारी।
भारत माँ का लाल चला गया, पीड पड़ी हम पर ये भारी।
तू ही एक मिसाइलमैन, तू ही अग्नि की उड़ान।
तेरी महिमा का ‘माही’, करता रहेगा सदा गुणगान।।
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